कुछ बातें जो संभ्रात इतिहास में दर्ज नहीं की जा सकेंगी

आत्महत्या या ओनर किल्लिंग

नारनौल.नांगल चौधरी क्षेत्र के गांव ढाणी कुंभावाली के विरेंद्र यादव के साथ अंतरजातीय विवाह करने वाली पूजा मान की मौत की घटना पुलिस के गले की फांस बन गई है। पूजा के सुसाइड नोट पर हाईकोर्ट द्वारा संज्ञान लेने पर पुलिस अब अपने बचाव के साथ घटना की सच्चई भी तलाश रही है। इसी सिलसिले में फरीदाबाद रेंज के आईजी एसएन वशिष्ठ को बुधवार नारनौल आना पड़ा।
पूजा ने कुएं में कूदने से पहले एक सुसाइड नोट लिखकर घर में छोड़ दिया था, जिसमें उसने अपनी मौत के पीछे पुलिस द्वारा अपने पति विरेंद्र के खिलाफ नशीले पदार्थो की तस्करी का झूठा मामला दर्ज करने का आरोप लगाया था। इस सुसाइड नोट को लेकर उसके ससुराल पक्ष के लोग हाईकोर्ट पहुंच गए।
हाईकोर्ट में विरेंद्र व पूजा द्वारा अंतरजातीय विवाह करने पर उच्च न्यायालय के आदेश पर ही उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। पुलिस द्वारा सुरक्षा हटाने के दो दिन बाद ही विरेंद्र पर एनडीपीएस एक्ट का मामला दर्ज करने और उसके चार दिन बाद पूजा द्वारा आत्महत्या करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए हाईकोर्ट ने दो अप्रैल को पुलिस से जवाब तलब किया है। इसी की तैयारी को लेकर महकमा दिन रात एक किए हुए है। जांच कार्य में खुद आईजी भी जुटे हैं।
मौत के पीछे उठे सवाल
11 नंवबर को विरेंद्र व पूजा ने हाईकोर्ट में शादी की थी। 9 दिसंबर को हाईकोर्ट के निर्देश पर उन्हें पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई गई। आखिर किन कारणों से 23 मार्च को नांगल चौधरी पुलिस ने सुरक्षा हटाने के लिए विरेंद्र से कागजों पर हस्ताक्षर करने का दबाव डाला। इतना ही नहीं उसके मना करने के बावजूद पुलिस सुरक्षा हटाई।
25 मार्च को खेत में काम करते विरेंद्र को उठाकर पुलिस सीआईए नारनौल पहुंची और उस पर मादक पदार्थो की तस्करी का केस लगा दिया। विरेंद्र द्वारा ये सब आरोप पुलिस पर लगाए गए हैं। जिनका जवाब अभी तक नहीं मिल पाया है।
एसपी का तर्क अजीब
पुलिस कार्रवाई को सही ठहरा रहे एसपी जगवंत लांबा विरेंद्र पर छह माह पूर्व दर्ज किए हुए मामले का हवाला देते हुए उसे मादक पदार्र्थो का तस्कर बता रहे हैं। उनके मुताबिक 18 सितंबर को नारनौल शहर में विरेंद्र पर इस संबंध में मामला भी दर्ज किया गया था, जबकि विरेंद्र के नजदीकी लोगों का कहना है कि शादी से पूर्व उसमें जरूर कुछ अवगुण थे, परंतु वह विवाह के बाद पूरी तरह से बदल गया और मेहनत मजदूरी करके अपना परिवार चला रहा था।
नारनौल पहुंचे आईजी एसएन वशिष्ठ ने बातचीत में कहा कि वे इस केस की असलियत जानने आए हैं। सारे तथ्यों की गहनता व गंभीरता से जांच करेंगे। वशिष्ठ का कहना था कि पिछले दिनों पुलिस प्रोटेक्शन रिव्यू करने के आर्डर हुए थे। उस संदर्भ में भी विरेंद्र-पूजा को दी गई सुरक्षा के तथ्यों को देखा जाएगा। जो भी असलियत होगी उसे सामाने लाया जाएगा।

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