कुछ बातें जो संभ्रात इतिहास में दर्ज नहीं की जा सकेंगी

सम्मान हत्याओं पर जगा जाट समाज: २२ को सेमीनार


जाटों में आए दिन हो रही सम्मान हत्याओं की जाच करने और इसकी वास्तु स्थिति को समाज को सामने लाने के उद्देश्य से चंडीगढ़ में 22 अक्टूबर 2009 को सर्वखाप पंचायत बुलाई गई है जिसमे 500 जातीय नेता और प्रतिनिधि भाग लेंगे, इस पंचायत में विभिन्न प्रकार के १२ जाट संगठन भाग लेंगे, इस पहल का नेतृत्व हरियाणा के पूर्व पुलिस महानिदेशक एम् एस मालिक कर रहे हैं, श्री मालिक के अनुसार किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाज़त नही दी जा सकती! इस पहल में पंजाब हरियाणा कोर्ट के सेवानिरवृत न्यायधीश श्री प्रीतम पाल सिंह की भूमिका भी है, इनके अलावा कई प्रमुख हस्तियां इस समस्या और सामाजिक दंद्द के निराकरण का प्रयास करेंगे जिनमे पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश इफ्तेखार मुहम्मद चौधरी भी शामिल होंगे! एक अनुमान के अनुसार अकेले हरियाणा में जाट समाज के भीतर औसतन हर महीने एक सम्मान हत्या होती है, ये अपने आप में एक बड़ी सामाजिक चुनौती है, सर्व खाप पंचायत की शक्ति और प्रभाव की इतनी अधिक है की इनकी मनमानी को व्यक्तिक और संस्थागत चुनौती तो दूर सरकारी अमला भी नज़र-अंदाज़ करता है! इस सम्मलेन से इतनी आशा तो कर सकते हैं की ये जमी हुयी काई को दूर करेगा भले ही कुछ ठोस न हो पाए मगर हमारे आन्दोलन के साथियों को इससे बेहतर खुशी और क्या हो सकती है की आख़िरकार हरियाणा का बुद्धिजीवी समाज हमारे आन्दोलन के पक्ष में खड़ा नज़र आ रहा है ......... (सम्मान हत्या पर इम्पावर पीपुल)

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दूसरी तरफ़ ख़बर मिली है की
प्रेम विवाह के बाद सरबजीत की बेटी ने सुरक्षा मांगी है जासूसी के आरोप में पाकिस्तान की जेल में बंद सरबजीत सिंह की बड़ी बेटी स्वप्नदीप कौर ने प्रेम विवाह कर लिया है। शादी के बाद जान के खतरे की आशंका जताते हुए स्वप्नदीप कौर ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से सुरक्षा दिए जाने की मांग की है। हाईकोर्ट के जस्टिस आर.के. जैन ने बुधवार को तरनतारन के एसएसपी को निर्देश दिए हैं कि यदि स्वप्नदीप या उसकापति सुरक्षा के लिए अर्जी दें तो उन्हें उचित सुरक्षा मुहैया कराई जाए।

स्वप्नदीप कौर को सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने गोद ले रखा है और वह जालंधर के एक निजी शिक्षण संस्थान में पढ़ाती है। यहीं पर उसका संपर्क संजय नामक लड़के से हुआ और दोनों ने बीती 28 सितंबर को प्रेम विवाह कर लिया। स्वप्नदीप कौर और संजय ने कपूरथला जिले के एक गुरुद्वारे में शादी की।

स्वप्नदीप कौर की ओर से दायर याचिका के अनुसार, उसकी बुआ दलबीर कौर इस शादी के खिलाफ हैं और उन्होंने गुपचुप ढंग से उसकी शादी किसी दूसरी जगह करने की योजना भी बनाई थी। ऐसे में उसे अपनी बुआ और फूफा से जान का खतरा है और उन्हें उचित सुरक्षा मुहैया कराई जाए। अदालत में दलबीर कौर की तरफ से वकील ने कहा, वे याचियों के वैवाहिक जीवन में दखल नहीं देंगे और बालिग होने के नाते दोनों अपने ढंग से जीने के लिए स्वतंत्र हैं। उधर सरबजीत कौर की बहन दलबीर कौर का कहना है कि वह स्वप्नदीप कौर को अपनी बेटी मानती हैं। उन्होंने और संजय के परिवार ने दोनों की शादी को स्वीकार कर लिया है और जालंधर के माता साहिब कौर गुरुद्वारे में आनंद कारज संपन्न हो गया है। इसलिए नवविवाहित जोड़े को खतरे जैसी कोई बात नहीं है। दलबीर कौर ने कहा कि अब उनके व संजय के परिवार के बीच सुलह-सफाई हो चुकी है।

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