कुछ बातें जो संभ्रात इतिहास में दर्ज नहीं की जा सकेंगी

इश्क ना सही वहशत ही सही

दोनों नाबालिग थे और घरवालों की मरजी के बगैर शादी भी कर ली, लेकिन जब सिर छिपाने की जगह नहीं मिली और परिजनों ने भी उन्हें स्वीकार नहीं किया, तो दोनों ने जहर खा लिया. युवक की स्टेशन पर ही मौत हो गयी, जबकि युवती ने अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली. घटना दक्षिण 24 परगना के जयनगर की है. डायमंड हार्बर के राजारामपुर निवासी सनातन सरकार (19) का बजबज की रहनेवाली सुनीता सरकार से प्रेम संबंध था। दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन परिजनों ने स्वीकृति नहीं दी. इस पर दोनों बुधवार सुबह घर से भाग गये मंदिर में शादी कर ली. दोनों से सोचा था कि शायद शादी के बाद परिजन उनके रिश्ते को स्वीकार कर लेंगे. शादी के बाद दोनो घर गये, तो उन्होंने दोनों को घर पर रखने से मना कर दिया. इसके बाद दोनों जयनगर स्टेशन पर आ गये. दोनों दिन भर प्लेटफार्म पर ही घूमते रहे. इसके बाद शाम को दोनों ने जहर खा लिया और प्लेटफार्म पर ही एक कुर्सी पर बैठ गये. रात में लोगों ने उन्हें संदिग्ध हालत में देख जीआरपी को इसकी जानकारी दी. जयनगर जीआरपी प्रभारी तपज्योति दास वहां पहुंचे और दोनों को अस्पताल में भरती कराया, जहां डॉक्टर ने सनातन को मृत घोषित कर दिया. गुरुवार दोपहर सुनीता की भी मौत हो गयी. घटना के बाद सुनीता के परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया.

प्रेमी के खिलाफ प्रेमिका का क्रन्तिकारी तेवर

प्यार में धोखा खाई एक प्रेमिका अपने प्रेमी के घर के आगे अनिश्चितकालीन धरना देकर बैठ गई है। प्रेमिका दो माह के गर्भ से है। प्रेमिका का आरोप है कि उसके प्रेमी ने उससे शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए थे और जब वह गर्भवती हो गई तो उसने शादी से इनकार कर दिया और घर छोड़ कर फरार हो गया। वह पुलिस से लेकर पंचायत तक भटकी, लेकिन उसे कहीं भी न्याय नहीं मिला। उल्टे भरी पंचायत में प्रेमी के मां-बाप ने भी उसे अपनाने से इनकार कर दिया। प्रेमिका भी जिद पर अड़ी है कि जब तक उसके साथ न्याय नहीं होगा तब तक वह यहां धरने पर बैठी रहेगी।

घटना दक्षिण दिनाजपुर जिले के तपन थाने के तहत मागुरपुर गाव की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शादी का झांसा देकर प्रेमिका के साथ प्रेमी ने शारीरिक संबंध बनाए और जब वह गर्भवती हो गई, तो वह फरार हो गया। इस पर गर्भवती प्रेमिका ने प्रेमी के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया। इसके खिलाफ प्रेमिका बीते तीन दिन से प्रेमी के घर के सामने धरना पर बैठी हुई है।

गरीब किसान विभूति दास की आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली बेटी ने सात अप्रैल को तपन थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया है कि एक मई 2008 को उसका अपने पड़ोसी तथा गंगारामपुर कालेज में पढ़ने वाले स्नातक के तृतीय वर्ष के छात्र सुजीत मंडल उर्फ कृत्तिवास से परिचय हुआ। कुछ समय बाद सुजीत ने उसके सामने प्रेम निवेदन किया जिसे उसने स्वीकार कर लिया। धीरे-धीरे उनका प्रेम गहराता गया और सुजीत ने एक दिन शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बना लिए। ये सिलसिला चलता रहा और एक दिन वह गर्भवती हो गई। जब उसे अपने पेट में पल रही प्रेम की निशानी का पता चला तो उसने सुजीत को इसकी जानकारी दी और उससे जल्द से जल्द शादी करने को कहा।

सुजीत ने जब शादी की बात अपने माता-पिता से की तो वे इसके लिए राजी नहीं हुए और गर्भपात कराने पर जोर देने लगे। प्रेमिका ने गर्भपात कराने से इनकार कर दिया और उसके पिता विभूति दास ने यह मामला पंचायत के सामने रखा। गांव में 31 मार्च को पंचायत बुलाई गई, जिसमें सुजीत मंडल, उसके पिता कानाइलाल मंडल व मा कल्याणी मंडल को आने का आदेश दिया गया। पंचायत हुई तो सुजीत गायब था और

उसके माता-पिता ने स्पष्ट शब्दों में शादी के लिए मना कर दिया और प्रेमिका की इज्जत की कीमत पैसों में तौलते हुए मामला रफा-दफा करने को कहा।

दगाबाज प्रेमी के घर के आगे बुधवार से धरना दे रही प्रेमिका का कहना है कि वह दो माह के गर्भ से है। उसने कहा कि थाने में शिकायत दर्ज कराने के बावजूद सुजीत की गिरफ्तारी नहीं हुई है। वहीं, पुलिस के अतिरिक्त जिला अधीक्षक इमरान वाहब ने कहा कि उन्होंने तपन थाने के ओसी से बात की है और इस संबंध में जरूरी कार्रवाई जारी है। उधर, सुजीत की बहन ने आरोप लगाया कि युवती उसके भाई को फंसाना चाहती है। फिलहाल प्रेम में धोखा खाई गर्भवती प्रेमिका का धरना जारी है और आरोपी फरार है।

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